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हैजा बीमारीं होने के लक्षण , कारण व घरेलु उपचार – Cholera Symptoms

हैजा बीमारीं होने के लक्षण – नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे Blog में, आज हम आपको बताएंगे कि हैज़ा क्या होता है ? हैजा जिसे कोलेरा (Cholera) भी कहती है। यह एक भयंकर बीमारी है जो कि पानी से होती है हैजा का नाम सुनते ही कई बार भयानक चीजों का ख्याल आने लगता है। हैजा बीमारी ज्यादातर गर्मी के अंत में या फिर बरसात के मौसम की शुरुआत में होती है यदि इसका इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह मृत्यु का कारण बन सकता है।

haiza bimari ke karan

यदि आपको हैजा (Cholera) से जुड़ी पूरी जानकारी चाहिए तो आप हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़ना क्योंकि आज की इस पोस्ट में मैं आपको हैजा (Cholera) से संबंधित सभी जानकारी देने वाला जैसे कि हैजा बीमारी के लक्षण क्या है यह किस कारण होती है और इसका घरेलू उपचार क्या है। हैजा (Cholera) बीमारी बहुत तेजी से फैलती है। इसके जीवाणु हमारे शरीर में पानी या फिर खाने की चीजों से प्रवेश करते हैं यह बीमारी गंदे स्थानों में रहने से प्रदूषित खाना खाने से गंदा पानी पीने से अधिक फास्ट फूड खाने से फैलती है।

haiza bimari ke lakshan

अब हम आपको हैजा के लक्षण बताएंगे।

1 . लगातार उल्टी दस्त का होना हैज़ा का मुख्य लक्षण है।

2. अनावश्यक व जरूरत से ज्यादा प्यास का लगना।

3. व्यक्ति की अचानक से पेशाब बंद हो जाना।

4. जिसे हैज़ा रोग होता है वह व्यक्ति अचानक से बीमार हो जाता है।

5. व्यक्ति की आंखें अंदर की ओर धसना।

6. व्यक्ति के हाथ-पैरों में अजीब सा दर्द होने लगना

7. शरीर ठंडा पड़ना और शरीर में पानी की मात्रा में कमी होना।

haiza bimari ka upchar

अब हम आपको हैजा (Cholera) बीमारी के उपचार के बारे में बताएंगे।

1. दो प्याज ले और उसका एक कप में जूस निकालकर थोड़ा गर्म करके एक 1-1 घंटे के ब्रेक में हल्का नमक मिलाकर पीना चाहिए।

2. दो चम्मच सोंठ लें व 50 ग्राम ताजा बेल के गूदे और साथ में जायफल को मिलाकर दिन में मरीज को तीन चार बार देना चाहिए।

3. करेले के जूस को हर आधे-आधे घंटे पर लेते रहना चाहिए इससे भी फायदा मिलता है।

haiza bimari ke roktham

दोस्तों अब हम बताएंगे हैजा (Cholera) के रोकथाम के उपाय।

हैजा रोग से पीड़ित व्यक्ति को दूसरे अन्य व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

जिसे हैजा रोग लग चुका है उसके इस्तेमाल की सभी वस्तुओं को संक्रमण मुक्त बनाना चाहिए अथवा उन वस्तुओं को भी जला देना एक विकल्प हो सकता है

आसपास के नालों व जलयुक्त गंदे स्थानों को ब्लीचिंग पाउडर से संक्रमण मुक्त कर देना चाहिए।

सड़े-गले और बासी खाद्य पदार्थों को खाने से बिल्कुल बचना चाहिए।

खाद्य पदार्थों पर मक्खियों को बिल्कुल भी ना बैठने दें।

हैजा रोग से युक्त मरीज को दूध या पानी उबालकर पीना चाहिए बाजार के खाद्य पदार्थों को खाते हुए अधिक सावधानी बरतें।

In Conclusion

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